#संसार में दो प्रकार के #पेड़ #पौधे होते हैं...
#प्रथम - अपना फल स्वयं दे देते हैं... जैसे - आम, अमरुद, केला इत्यादि ।
#द्वितीय - अपना फल छिपाकर रखते हैं... जैसे - आलू, अदरक, प्याज इत्यादि ।
जो फल अपने #आप दे देते हैं, उन वृक्षों को सभी #खाद-#पानी देकर सुरक्षित रखते हैं, और ऐसे वृक्ष फिर से फल देने के लिए तैयार हो जाते हैं ।
किन्तु जो अपना फल #छिपाकर रखते है, वे जड़ सहित #खोद लिए जाते हैं, उनका वजूद ही #खत्म हो जाता हैं।
ठीक इसी प्रकार...
जो #व्यक्ति अपनी विद्या, धन, शक्ति स्वयं ही समाज सेवा में समाज के #उत्थान में लगा देते हैं, उनका सभी ध्यान रखते हैं और वे #मान-सम्मान पाते है।
वही दूसरी ओर...
जो अपनी विद्या, धन, शक्ति स्वार्थवश #छिपाकर रखते हैं, किसी की #सहायता से मुख मोड़े रखते है, वे #जड़ सहित खोद लिए जाते है, अर्थात् #समय रहते ही #भुला दिये जाते है।
प्रकृति कितना #महत्वपूर्ण संदेश देती है, बस समझने, #सोचने और कार्य में परिणित करने की बात है !!!